गुना। मध्य प्रदेश के गुना में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि शिकारियों ने पकड़े जाने से बचने के लिए फायरिंग की और पुलिस के तीन जवानों को मार डाला। राज्य सरकार ने मारे गए सिपाहियों को शहीद घोषित करते हुए उनके परिजनों के लिए एक-एक करोड़ रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। खबरों के मुताबिक पुलिसकर्मियों को काले हिरण के शिकार की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिसकर्मी शिकारियों को पकड़ने के लिए आरोन थाना क्षेत्र के सगा बरखेड़ा गांव पहुंचे थे।
पुलिस को देखते ही शिकारियों ने उन पर गोली चला दी। फायरिंग में तीन पुलिसकर्मी मारे गए और एक शिकारी भी मारा गया। इस मामले में फरार छह शिकारियों की पहचान कर ली गई है। पुलिस फायरिंग में मारे गए शिकारी की पहचान नौशाद के रूप में हुई है। राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मृतक पुलिसकर्मियों के अंतिम संस्कार में एक-एक मंत्री शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना को सात शिकारियों ने अंजाम दिया।
इस बीच खबर है कि मुख्यमंत्री ने मौके पर देर से पहुंचने पर ग्वालियर रेंज के आईजी अनिल शर्मा को उनके पद से हटा दिया है। सभी तीन पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया गया है। घटना शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है। शिकारियों के साथ हुईं मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, सिपाही नीरज भार्गव और सिपाही संतराम की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों को शहीद घोषित करने और उनके परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की। तीनों परिवारों से एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।