फ्यूचर समूह की ज्यादातर कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट रही। इनमें से एक शेयर फ्यूचर एंटरप्राइजेज का भी है। यह कंपनी दिवालियापन के दौर से भी गुजर रही है। कंपनी के शेयर करीब 100 फीसदी टूट गए। दरअसल, जनवरी 2008 में कंपनी के शेयर की कीमत 66 रुपए थी और अब घटकर 0.79 पैसे रह गई है। शुक्रवार को शेयरों में 4.82% की गिरावट आई। यह 52 हफ्ते का सबसे निचला स्तर भी है। एक साल पहले इसी दिन शेयर की कीमत 52 सप्ताह के उच्च स्तर 8.85 रुपये थी।
दिवाला प्रक्रिया में शामिल कंपनी
आपको बता दें कि किशोर बियानी फ्यूचर एंटरप्राइजेज हाल ही में दिवालियापन की कार्यवाही के अधीन है। उसके बाद कंपनी की बोली प्रक्रिया उधारदाताओं से वसूली जारी रहेगी। 7 मार्च को नैशनल कोर्ट ऑफ कंपनी लॉ की मुंबई बेंच ने कॉरपोरेट रीस्ट्रक्चरिंग एंड लिक्विडेशन प्रोसेस (CIRP) शुरू करने का आदेश दिया। एनसीएलटी ने कंपनी के मामलों के प्रबंधन के लिए एक समाधान विशेषज्ञ नियुक्त किया है। CIRP के प्रारंभ के साथ, कंपनी का प्रबंधन अब समाधान मोड में है और निदेशक मंडल की शक्तियां निलंबित कर दी गई हैं।
निवेशकों का 99% नुकसान
मान लीजिए कि 2008 से आज तक, निवेशकों को 98% का नुकसान हुआ है। इस दौरान अगर कोई इन शेयरों में 1 लाख रुपये का निवेश करता है और इस निवेश को अब तक रखता है, तो यह राशि केवल 1,200 रुपये होगी।