पटना। सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार में अब भी विरोध प्रदर्शन जारी है। हालांकि पहले ही तरह हिंसक प्रदर्शन नहीं हो रहे हैं। बुधवार को बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल और उसकी सहयोगी पार्टियों ने इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया। राजद और उसकी सहयोगी पार्टियों ने इस योजना को वापस लेने की मांग करते हुए बिहार विधानसभा परिसर से राजभवन तक मार्च किया। इसमें राजद के अलावा सभी वामपंथी दलों के विधायक शामिल हुए।
इस दौरान विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा- कई लोग ऐसे थे, जिनकी सिर्फ ज्वाइनिंग रह गई थी, उन्हें अब फिर से पूरा प्रोसेस शुरू करना होगा। उन्होंने कहा- चार साल बाद युवा क्या करेंगे। बीजेपी के नेता जैसा कह रहे हैं कि उन्हें अपने दफ्तर में चौकीदार बना कर रखेंगे, क्या ये बात सही है। तेजस्वी ने कहा- किसी भी हाल में नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।
गौरतलब है कि योजना की घोषणा के बाद बिहार के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। दर्जनों ट्रेनें जला दी गई थीं और रेलवे स्टेशनों पर तोड़-फोड़ हुई थी। देश के कुछ दूसरे राज्यों में भी प्रदर्शन हुए थे। लेकिन इसी दौरान केंद्र सरकार ने साफ कर दिया कि वह इस योजना को वापस नहीं लेगी। उसके बाद तीनों सेनाओं ने बारी बारी से भर्ती की अधिसूचना जारी करी और नई योजना के तहत बहाली की प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान कर दिया।