ईरान का दावा है कि उसने अमेरिकी टॉमहॉक से लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल बनाई है। इस मिसाइल को हाल ही में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स नेवी में शामिल किया गया था। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के नौसैनिक कमांडर अलीरेज़ा तानसिरी ने घोषणा की कि मिसाइलों को फारस की खाड़ी में गश्त करने वाले युद्धपोतों और पनडुब्बियों पर तैनात किया गया था। ईरानी रियर एडमिरल तानसिरी ने बुशहर में कहा कि आईआरजीसी नौसेना फारस की खाड़ी में दुश्मन के जहाजों की आवाजाही की निगरानी कर रही है। इस मिसाइल को अमेरिका के अलावा इस्राइल के लिए भी बड़ा खतरा बताया जा रहा है।
तनसिरी ने ईरानी रक्षा क्षेत्र की क्षमताओं का जिक्र करते हुए कहा कि ईरानी नौसेना की क्षमताओं को लगातार बढ़ाया जा रहा है और ऐसे हथियारों और उपकरणों से लैस किया जा रहा है। उन्होंने खुलासा किया कि ईरानी नौसेना को मिली नई क्रूज मिसाइल का नाम क़द्र-474 है। काद्र-474 क्रूज मिसाइल की रेंज 2,000 किलोमीटर से ज्यादा है। इससे पहले, शाहिद सुलेमानी-श्रेणी के युद्धपोत आईएनएस शाहिद महदवी और कटमरैन मिसाइल फ्रिगेट को ईरानी नौसेना में शामिल किया गया था। इस मिसाइल की तुलना अमेरिकी टॉमहॉक मिसाइल से की जा रही है।
टॉमहॉक अमेरिका की सबसे शक्तिशाली सबसोनिक एंटी-शिप और लैंड अटैक क्रूज मिसाइल है। यह अमेरिकी नौसेना के शस्त्रागार में सबसे प्रमुख हथियार भी है। टॉमहॉक के एंटी-शिप वेरिएंट की रेंज 460 किमी और लैंड वेरिएंट की रेंज 1700 किमी है। इसके अलावा, केवल इसके परमाणु और जमीन से प्रक्षेपित संस्करण ही 2,500 किलोमीटर की उड़ान भरने में सक्षम हैं। टॉमहॉक मिसाइल 450 किलोग्राम के पारंपरिक वारहेड या 5 से 150 टन के W80 परमाणु वारहेड को फायर कर सकती है।