गर्भावस्था के दौरान मां का ब्लडप्रेशर बताता है गर्भ में लड़का है या लड़की
Fri, 2 Apr 2021

कनाडा के माउंट सिनाई अस्पताल की हाल ही जारी की गई एक शोध रिपोर्ट से वे संकुचित विचारधारा वाले लोग खुश हो सकते हैं, जो लड़के और लड़कियों में भेदभाव करते हैं। अस्पताल ने शोधकर्ताओं की टीम ने अपने अध्ययन में पाया है कि गर्भावस्था के दौरान मां के ब्लडप्रेशर से होने वाले बच्चे के लिंग का निर्धारण होता है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक अगर गर्भावस्था के पहले या उस दौरान महिला का ब्लडप्रेशर ज्यादा रहता है तो लड़का होने की उम्मीद ज्यादा रहती है, वहीं अगर ब्लडप्रेशर कम रहता है तो लड़की पैदा हो सकती है। अस्पताल के शोधकर्ताओं ने एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. रवि रत्नाकरण के नेतृत्व में यह रिपोर्ट तैयार की है।
डॉक्टर का कहना है कि ब्लडप्रेशर वाले फैक्टर में बारे में पहले जानकारी नहीं थी, लेकिन शोध में यह साफ देखा गया कि महिला का ब्लडप्रेशर बच्चे के लिंग पर असर डालता है। रिपोर्ट के मुताबिक यह शोध 2009 में चीन में शुरू किया गया था। चीन के लियूयांग प्रांत की 3375 गर्भवती महिलाओं को इस शोध में शामिल किया गया था। वहीं शोधकर्ताओं ने 1692 महिलाओं का ब्लडप्रेशर के अलावा कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और ग्लूकोज भी जांचा था।
शोधकर्ताओं के मुताबिक अगर गर्भावस्था के पहले या उस दौरान महिला का ब्लडप्रेशर ज्यादा रहता है तो लड़का होने की उम्मीद ज्यादा रहती है, वहीं अगर ब्लडप्रेशर कम रहता है तो लड़की पैदा हो सकती है। अस्पताल के शोधकर्ताओं ने एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. रवि रत्नाकरण के नेतृत्व में यह रिपोर्ट तैयार की है।
डॉक्टर का कहना है कि ब्लडप्रेशर वाले फैक्टर में बारे में पहले जानकारी नहीं थी, लेकिन शोध में यह साफ देखा गया कि महिला का ब्लडप्रेशर बच्चे के लिंग पर असर डालता है। रिपोर्ट के मुताबिक यह शोध 2009 में चीन में शुरू किया गया था। चीन के लियूयांग प्रांत की 3375 गर्भवती महिलाओं को इस शोध में शामिल किया गया था। वहीं शोधकर्ताओं ने 1692 महिलाओं का ब्लडप्रेशर के अलावा कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और ग्लूकोज भी जांचा था।