सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को वैश्विक दबाव का असर साफ दिखा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में हल्की गिरावट रही। सेंसेक्स 132 अंक और निफ्टी 39 अंक गिर गया। सेंसेक्स 61772 पर और निफ्टी 18257 पर कारोबार कर रहा है। वहीं, बीएसई के 2848 शेयरों में कारोबार हुआ। बता दें, गुरुवार को भी स्थानीय शेयर बाजार अपने शुरुआती लाभ को थामने में विफल रहा, बीएसई सेंसेक्स बेतहाशा उतार-चढ़ाव में 35.68 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। लार्सन एंड टुब्रो के बिकवाली के बाद घरेलू मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने से पहले निवेशकों की सतर्कता से बाजार गिर गया। सेंसेक्स 35.68 अंकों की गिरावट के साथ 61,904.52 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने कुछ देर के लिए 62,000 का स्तर पार किया। यह 61,823.07 के उच्च और 62,168.22 के निचले स्तर तक बढ़ा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 18.10 अंक की गिरावट के साथ 18,297 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स क्षेत्र में लार्सन एंड टुब्रो 5% से अधिक नीचे सबसे बड़ी गिरावट थी। कंपनी के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष एएम नायक के पद छोड़ने का फैसला करने के बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई। इसके अलावा आईटीसी, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयर भी गिरे। दूसरी ओर, एशियाई कोटिंग्स में 3.22% की वृद्धि के साथ सबसे बड़ा लाभ देखा गया। 2022-23 की चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 43.97 फीसदी बढ़कर 1,258.41 करोड़ रुपये हो जाने से इसके शेयरों में तेजी आई। हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और मारुति भी शीर्ष लाभ में रहे।
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