कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं की उसकी चौथी लहर जल्द ही आने की उम्मीद है।
इसको ध्यान में रखते हुए नागरिकों को थोड़ा सतर्क होने की जरूरत है । बिहार में आए दिन कोरोना के मरीजों की गिनती में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और अब पटना में इसका असर इस तरह दिख रहा है की चार महीने बाद बुधवार को पटना में 83 नए मरीज़ मिले हैं जिसमें पीएमसीएच के तीन डॉक्टर शामिल है। तीन डॉक्टरों में एक सीनियर डॉक्टर समेत दो जूनियर डॉक्टर भी है। वहीं राज्य में अबतक 126 लोक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
पिछले 24 घंटे के भीतर ही पटना में कोरोना का ग्राफ दोगुना हो गया है , आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को 39 संक्रमित मिले थे जबकि
5 फरवरी को 129 और छह फरवरी को 44 जबकि चार फरवरी को 86 मरीज़ मिले थे। इस साल में सबसे अधिक कोरोना मरीज़ की संख्या 2018 थे।
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बुधवार को राजधानी में एक ही परिवार में और मोहल्ले में कई लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। गांधीनगर में एक ही परिवार के तीन, बहादुरपुर हाऊसिंग कॉलोनी में तीन लोग , बिहटा में पांच,दानापुर में पांच, संदलपुर के तीन , सिपारा के दो, कंकरबाग के चार , शेखपुरा के दो लोग संकृत पाए गए ।
कुल सक्रिय संक्रमितों की संख्या 258 है।
बुधवार को एजी कालोनी का एक युवक जिसकी उम्र 38 बर्ष है वो कोरोना संक्रमित पाया गया है । उसकी ट्रैवल हिस्ट्री के अनुसार वो इंग्लैंड से लौटा है। फिलहाल युवक होम आइसोलेशन में है।
स्वास्थ विभाग की टीम 38 वर्षीय युवक की जीनोम सीक्वेंसिंग भी करा सकती है।