
आपने आसमान में बारिश के बाद सात रंगों का इंद्रधनुष (Liquid Rainbow in Columbia) ज़रूर देखा होगा। ये सुंदर नज़ारा थोड़ी देर के लिए ही सही, लेकिन मन मोह लेता है लेकिन क्या आपको पता है कि हमारी धरती पर एक बहता हुआ इंद्रधनुष भी मौजूद है, हालांकि इसमें 7 नहीं बल्कि 5 रंग हैं।
धरती पर मौजूद कुछ ऐसी कुदरती चीज़ें हैं, जो अपनी आश्चर्यजनक खूबसूरती की वजह से दिखने में नकली लगती हैं। एक ऐसी नदी है, जिसमें बहने वाला पानी कुल 5 रंगों का है। ये बात सुनकर आप भी हैरान हो रहे होंगे, लेकिन कम से कम नदी को देखकर ऐसा ही लगता है। कुदरत के इस नायाब नमूने को देखने के लिए दुनिया भर से लोग दक्षिणी अमेरिकी महाद्वीप के कोलंबिया देश में पहुंचते हैं।
हम जिस अनोखी नदी की बात कर रहे हैं वह दक्षिणी अमेरिकी महाद्वीप के कोलंबिया देश में स्थित है। इस नदी का नाम कैनो क्रिस्टल्स है, हालांकि कुछ लोग इसे रिवर ऑफ फाइव कलर्स (River of Five Colors) और लिक्विड रेनबो (Liquid Rainbow) भी कहते हैं। इसकी वजह इस नदी में भट 5 अलग-अलग रंगों का पानी है। ये रंग पीला, हरा, लाल, काला और नीला है। कैनो क्रिस्टल्स नदी सिर्फ कोलंबिया ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों को अपनी अनोखी खासियत से हैरान कर देती है।
दुनियाभर से देखने आते हैं सैलानी
इस पंचरंगी नदी को देखने के लिए दुनियाभर से लोग हर साल जून से लेकर नवंबर के बीच कोलंबिया आते हैं। इस नदी के रंगों को देख आपको ये फेक लग रही होगी लेकिन हम आपको बता दें कि ये नदी और इसके रंग बिरंगे पानी नकली नहीं बल्कि असली है। यह नदी कुदरत का एक नायाब नमूना है। इसकी अनोखी खूबसूरती को देख लोग इसे दैवीय बगीचा भी कहते हैं।
कैनो क्रिस्टल्स नदी अपनी सुंदरता के चलते पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इसे दुनिया की सबसे खूबसूरत नदी भी कहा जाता है। इस नदी को देख ऐसा प्रतीत होता है मानो पेंटिंग पैलेट पर रंग तैर रहे हो। नदी की ये तस्वीरें देख अब आपके मन में एक ही सवाल उमड़ रहा होगा। आखिर इस नदी के पानी का रंग इतना रंगीला क्यों है? तो चलिए हम इस राज से भी पर्दा उठा देते हैं।
पौधे के कारण बदलता रहता है नदी का रंग
दरअसल, कैनो क्रिस्टल्स नदी के पानी का रंग बार-बार बदलने की वजह इसका पानी नहीं है। बल्कि इसमें उगने वाले खास पौधे मैकेरेनिया क्लेविगरा है। इस पौधे के कारण ही पूरी नदी रंगों से भरपूर दिखती है। यह पौधे पानी की तलहटी में मौजूद हैं। इनके ऊपर जब सूरज की रोशनी पड़ती है तो नदी के पानी का रंग लाल हो जाता है। फिर धीमी और तेज़ रोशनी के अनुसार पौधे की अलग-अलग आभा पानी के रंग पर दिखाई पड़ती है। इससे ये नदी पंचरंगी लगती है।