
गोरखपुर, अमृत विचार। 117 साल पुराने कलेक्ट्रेट भवन को बहुमंजिला बनाने के लिए पुराने भवन को तोड़ने का कार्य संस्थाओं द्वारा किया जा रहा है। आम जनमानस की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नया कलेक्ट्रेट, पर्यटक बिल्डिंग लेबर भवन के सामने शिफ्ट कर दिया गया है। जहां आमजनता को अपनी समस्याओं को निराकरण करने हेतु नए कलेक्ट्रेट भवन पर्यटन बिल्डिंग और अधिवक्तागण को पुराने कलेक्ट्रेट सदर तहसील और नए कलेक्ट्रेट पर्यटन बिल्डिंग आने जाने में समय बर्बाद करना पड़ रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने कहा कि आम जनता की समस्याओं का निराकरण पुराने कलेक्ट्रेट परिसर में ही करना बेहतर होगा।
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जिलाधिकारी कृष्ण करुणेश ने एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता के साथ पुराने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एनआईसी बिल्डिंग में एसीएम न्यायालय व चकबंदी लेखपाल व कानूनगो बैठक रूम तथा चकबंदी न्यायालय का स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिये। जिससे एडीएम प्रशासन, एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालयों को पुराने कलेक्ट्रेट में शिफ्ट कर आम जनमानस के समस्याओं का निराकरण किया जाए और अधिवक्तागण आमजन मानस के मुकदमों की पैरवी डीएम व एडीएम व सिटी मजिस्ट्रेट के कोटो में सुगमता से कर सकें। पुरानी बिल्डिंग में डीएम, एडीएम प्रशासन, एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट शिफ्ट हो जाने से अधिवक्तागण व आम जनमानस को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और समय की बर्बादी नहीं होगी।
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