Advertisement
आजमगढ़ । अफ्रीकी महाद्वीप के इथियोपिया देश में नौकरी करने गए आजमगढ़ मंडल के चार नागारिक फंस गए हैं। बता दें कि यह नागरिक नौकरी करने गए थे। करीब ढ़ाई महीने की नौकरी करने के बाद इन नागरिक ने अपना मेहनाता मांगा तो इसके बदले इन्हें एक कमरे में बंदकर दिया गया। सभी का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया।
Advertisement
बता दें कि रोलिंग मशीन की कंपनी ने भारतीय नागरिकों को बंधक बनाया है। इस बीच बंधक बने लोगों का वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में भारतीय नागरिक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगते दिखाई पड़ रहे हैं। कहा कि इथियोपिया की इंडियन अम्बेसी से भी इन नागारिकों को कोई सहायता नहीं मिल पा रही है। इसके अलावा इनके साथ झारखंड और हरियाण राज्य के दो लोग फंसे हैं।
Advertisement
आपको बता दें कि इथियोपिया देश आजमगढ़ के वेलकुंडा निवासी संजय कुमार मिश्र, चंदाभारी के राज बहादुर चौबे, जूड़ा रामपुर के संदीप सिंह और बलिया के जनऊपुर निवासी धर्मेंद्र यादव नौकरी करने गए थे। यह सब बीते 09 मार्च को गाजियाबाद की प्रीत मशीनरी रोलिंग मशीन की ओर इथियोपिया भेजे गए थे।
बताया जा रहा है कि थदास स्टील ने इनका वीजा बनवाया था और इथियोपिया में एक प्रोजेक्ट शुरु करने का झांसा दिया था। करीब तीन महीने बाद इन चारों की वतन वापसी निर्धारित थी। बता दें कि संजय मिश्रा इस कंपनी बतौर रोलिंग फोरमैन और तीन अन्य फिटर पद पर कार्यरत हैं।
संजय मिश्र का कहना है कि मिल को स्थापित करने के लिए उन्हें बुलाया गया था। करीब ढ़ाई महीने बाद पैसा मांगने पर उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया। मजदूरों की तरह उसने बर्ताव किया जा रहा है। सभी पर निगरानी रखने के लिए सिक्योरिटी गार्ड को तैनात किया गया है।
वहीं राजबहादूर चौबे का कहना है कि हम लोग लगातार इथियोपिया की इंडियन अम्बेसी से सम्पर्क कर रहे हैं। अधिकारियों को कॉल पर अपनी समस्या बता चुके हैं। इसके बावजूद दूतावास से भी कोई मदद नहीं मिल पा रही है।”
यह भी पढ़ें:- आजमगढ़: फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी कर रहे शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, STF की जांच में पाए गये दोषी
Advertisement